R. Madhavan: A Versatile and Inspiring Star of Indian Cinema
R. Madhavan: A Versatile and Inspiring Star of Indian Cinema
Ranganathan Madhavan, जिन्हें प्यार से ‘मैडी’ भी कहा जाता है, दक्षिण भारतीय और हिंदी फिल्मों के एक बहुमुखी अभिनेता हैं। उनका जन्म 1 जून 1970 को एक व्यवसायिक परिवार में हुआ। बिहार में रहने के बावजूद उनका परिवार अपनी तमिल संस्कृति और परंपराओं से जुड़ा रहा।
Madhavan अपने स्कूल और कॉलेज के दिनों में बेहद प्रतिभाशाली और प्रतिस्पर्धात्मक थे। उन्होंने अपने अल्मा मेटर के लिए भारत के सांस्कृतिक राजदूत के रूप में काम किया। वह मिलिट्री ट्रेनिंग में शामिल रहे और महाराष्ट्र में एनसीसी कैडेट्स का नेतृत्व भी किया। एनसीसी के तहत इंग्लैंड की यात्रा के दौरान उन्हें ब्रिटिश आर्मी, रॉयल नेवी और रॉयल एयर फोर्स से ट्रेनिंग लेने का मौका मिला।
वह एक उम्दा वक्ता भी हैं और भारतीय पब्लिक स्पीकिंग चैम्पियनशिप जीत चुके हैं। मुंबई में रहते हुए उन्होंने एक ऑफिस स्थापित करने की योजना बनाई, लेकिन सीमित धनराशि के कारण उन्होंने अतिरिक्त आय के लिए मॉडलिंग शुरू की।
मॉडलिंग करते हुए Madhavan को फिल्म इंडस्ट्री में रुचि हो गई। उनकी माँ ने उन्हें पहले विज्ञापनों में काम करने की सलाह दी। उन्होंने एक चंदन पाउडर के विज्ञापन में काम किया, जिसे संतोष सिवन ने निर्देशित किया था। यह विज्ञापन उनके करियर का पहला कदम साबित हुआ। बाद में, उन्हें फिल्म ‘इरुवर’ (1997) के लिए चुना गया था, लेकिन दुर्भाग्यवश वह प्रोजेक्ट से बाहर हो गए।
इसके बाद, Madhavan ने ज़ी टीवी के डेली सोप ‘बनेगी अपनी बात’ और ‘घर जमाई’ में काम किया। 2000 में आई फिल्म ‘अलाईपायुथे’ और उसकी आलोचनात्मक व व्यावसायिक सफलता ने माधवन को एक प्रमुख अभिनेता के रूप में स्थापित किया।
उन्होंने ‘कन्नथिल मुथमित्ताल’, ‘रन’, ‘रंग दे बसंती’, ‘3 इडियट्स’, ‘तनु वेड्स मनु’ और ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’ जैसी फिल्मों में अपनी अदाकारी से आलोचकों और दर्शकों का दिल जीत लिया।
2012 में, फिल्म ‘वेट्टई’ की शूटिंग के दौरान उन्हें घुटने की चोट के कारण कॉनड्रोमलेशिया पटेला का सामना करना पड़ा। इस दौरान उन्होंने अपने करियर को फिर से गढ़ने का फैसला किया और एक समय में सिर्फ एक फिल्म पर ध्यान केंद्रित करना शुरू किया।
उनके उत्कृष्ट ऑन-स्क्रीन किरदारों के लिए उन्हें चार फिल्मफेयर अवॉर्ड साउथ और तीन तमिलनाडु स्टेट फिल्म अवॉर्ड्स से सम्मानित किया गया है।
Madhavan एक सक्रिय समाजसेवी भी हैं और ‘पेटा’ के सदस्य हैं। उनका मानना है कि एक मजबूत कहानी वाली फिल्म दर्शकों को आसानी से जीत सकती है। वह भारतीय सिनेमा के उन दुर्लभ सितारों में से एक हैं, जिन्होंने देश की सात अलग-अलग फिल्म इंडस्ट्रीज में अपनी पहचान बनाई है।
Madhavan केवल एक उत्कृष्ट अभिनेता हैं, बल्कि उनकी बहुमुखी प्रतिभा और दृढ़ संकल्प उन्हें भारतीय सिनेमा का एक अनमोल रत्न बनाते हैं।