“Anupam Kher: A Journey of Struggle, Dedication, and Excellence in Acting”

Anupam Kher: A Journey of Struggle, Dedication, and Excellence in Acting”

Anupam Kher
Anupam Kher

Anupam Kher एक अत्यंत प्रतिभाशाली भारतीय अभिनेता हैं, जिन्होंने भारतीय और अंतरराष्ट्रीय फिल्मों में लगभग 200 भूमिकाएं निभाई हैं। उन्होंने अपने करियर में हर तरह के किरदार निभाए हैं, लेकिन उनकी कॉमिक भूमिकाएं सबसे ज्यादा मशहूर हैं। इसका प्रमाण यह है कि उन्होंने फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ कॉमेडियन पुरस्कार पांच बार जीता है। यह सम्मान उन्हें ‘राम लखन’ (1989), ‘लम्हे’ (1991), ‘खेल’ (1992), ‘डर’ (1993) और ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ (1995) के लिए मिला।

अनुपम खेर का जन्म 7 मार्च 1955 को शिमला में एक कश्मीरी पंडित परिवार में हुआ था। बॉलीवुड में अभिनेता बनने के उनके सफर में उन्हें बहुत संघर्ष करना पड़ा। अपने शुरुआती दिनों में, जब उनके पास रहने की जगह नहीं थी, तो उन्होंने मुंबई के रेलवे प्लेटफॉर्म पर एक महीने तक रातें गुजारीं। लेकिन अपने जुनून और मेहनत से उन्होंने भारतीय सिनेमा में एक मजबूत पहचान बनाई। आज वह दिग्गज अभिनेत्री किरण खेर के साथ खुशी-खुशी विवाहित जीवन बिता रहे हैं।

Anupam Kher ने ‘डैडी’ (1989) और ‘मैंने गांधी को नहीं मारा’ (2005) में अपनी शानदार अदाकारी के लिए दो राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी जीते हैं। इसके अलावा, उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय फिल्मों में भी काम किया है, जैसे ‘बेंड इट लाइक बेकहम’ (2002), एंग ली की ‘लस्ट, कॉशन’ (2007), और ऑस्कर विजेता ‘सिल्वर लाइनिंग्स प्लेबुक’ (2012)।

2018 में, उन्होंने ब्रिटिश टेलीविजन सिटकॉम ‘द बॉय विद द टॉपनॉट’ में अपनी सहायक भूमिका के लिए BAFTA नामांकन भी प्राप्त किया।

Anupam Kher
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Anupam Kher का जीवन संघर्ष, समर्पण और उत्कृष्टता का उदाहरण है। उनकी अदाकारी और बहुमुखी प्रतिभा ने न केवल भारतीय सिनेमा में बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी उन्हें एक विशेष पहचान दिलाई है।

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